How चिराग योजना can Save You Time, Stress, and Money.

चिराग योजना हरियाणा सरकार ने शुरू की है। यह योजना हरियाणा के गरीब परिवारों के बच्चों को निजी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा देने के लिए है।

फिर विभाग लकी ड्रा के आधार पर छात्रों का चयन करेगा।
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यह वेबसाइट केवल फैमिली आईडी से संबंधित व हरियाणा सरकार की योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए बनाई गई है

हमें प्राप्त सार्वजनिक सूचना के अनुसार, आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के प्रवेश के संबंध में मुख्यमंत्री द्वारा सम्मान शिक्षा राहत संहिता और अनुदान योजना का प्रभाव प्रावधान किया गया है।

They attempted to resist but ended up defeated and fled. Timur's Military pursued and killed two hundred Jats, though taking many more as prisoners. He then despatched a detachment to chase the fleeing Jats and killed two,000 of these though their wives and kids have been enslaved as well as their residence plundered. Timur proceeded to Kaithal whose citizens were massacred and plundered, destroying all villages alongside the way. On the following day, he came to Assandh, whose residents had been "fire-worshippers" In line with Yazdi, and experienced fled to Delhi. Following, he travelled to and subdued Tughlaqpur fort and Salwan in advance of achieving Panipat whose people had now fled. He then marched on to Loni fort.[23][24]

हरियाणा चिराग स्कीम के बारे में जानकारी

विगत वर्षों के प्रश्नपत्र सामान्य अध्ययन

ग्राम पंचायत / नगर निगम / नगर पालिका / तहसीलदार

इस योजना का लाभ अगर आप प्राप्त करना चाहते हैं तो आप के पास faculty leaving certificate सर्टिफिकेट या यूं कहें कि किसी का होना जरूरी है।

मतदाता सूची में आवेदक का नाम जिसमें फोटो हो (जारीकर्ता: चुनाव विभाग, हरियाणा)

कोशी प्रदेशमधेश प्रदेशबागमती प्रदेशगण्डकी प्रदेशलुम्बिनी प्रदेशकर्णाली प्रदेशसुदूरपश्चिम प्रदेश

चिराग योजना हरियाणा को कार्यान्वित करने में क्या चुनौतियां हैं?

मुख्य परीक्षा (वर्षवार) मुख्य परीक्षा (विषयानुसार) ऑल इंडिया टेस्ट सीरीज़ टेस्ट सीरीज़ के लिये नामांकन

खोज तथा अनुसन्धानात्मक शिक्षाभन्दा बढी नम्बरमा आधारित शिक्षा प्रणालीको विकास, शिक्षा प्रदायक संस्थाबीच अनुसन्धानात्मक शिक्षा प्रदान तथा प्रवर्द्धनका हकमा सहकार्यताको कमीका कारण उच्च शिक्षासम्बन्धी उद्देश्यअनुरूप कार्य भएको देखिँदैन । यसका अतिरिक्त शैक्षिक संस्थाहरू अन्तर्राष्ट्रियस्तर अनुकूल प्रतिस्पर्धात्मक हुन सकेका छैनन् । जसका कारण नेपालमै पनि विदेशी विश्वविद्यालयबाट सम्बन्धन लिएर विदेशी पाठ्यक्रम तथा प्रणालीअनुरूप विद्यार्थी पढाइँदै गरेको तथा विद्यार्थीमा विदेश मोह बढेको देखिन्छ । विदेशी पाठ्यक्रम देशमा पढाउनाले तथा उच्च शिक्षा हासिल गर्न देश बाहिर जानुपर्ने बाध्यताले बर्सेनि देशबाट ठूलो धनराशि बाहिर गइरहेको अवस्था छ । यसर्थ, उच्च शिक्षाको गुणस्तरलाई प्रतिकूल प्रभाव परेको अवस्थामा नेपालमा गुणस्तरीय उच्च शिक्षा प्रदान गर्नु चुनौतीपूर्ण छ ।

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